*पलामू : जब शिक्षक ही परीक्षा में नकल करने की सलाह दे और उसे नकल करवाएं तो शिक्षा का स्तर किस स्तर तक गिर चुका है इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल हैं। ऐसा ही एक मामला पलामू जिले का है जहां प्रोफेसर जांच तो कर रही थी परीक्षा कॉपी का परंतु इस बहाने वो नकल करवाने लगी। नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय द्वारा बुधवार को जीएलए कॉलेज में ली गई सबसे गोपनीय एवं हाई लेबल पीएचडी की एंट्रेंस परीक्षा में जमकर हंगामा हुआ।
वहीं हल्ला हंगामा को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने पुलिस बुलानी पड़ी. मामले में नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक शिवपूजन सिंह ने बताया कि एक छात्र को परीक्षा में मदद पहुंचाने के आरोप में पांकी की एक महिला प्रोफेसर को डिबार कर दिया गया है. महिला यहां दूसरी परीक्षा की कॉपी जांच कर रही थी.
**क्या है मामला कॉलेज के रूम नंबर 4 में स्थित पीएचडी के एक छात्र की उत्तर पुस्तिका में पांकी कॉलेज की एक महिला प्रोफेसर अलग कमरे (उर्दू डिपार्टमेंट) में बैठाकर मोबाइल से आंसर लिखते मिली।इसके अलावा मोबाइल फोन अलाउ नहीं रहने के बावजूद कमरा नंबर 6 के परीक्षा हॉल में करीब आधा दर्जन छात्र-छात्राओं के पास से मोबाइल फोन बरामद हुआ. परीक्षा के डेढ़ घंटे बीत जाने के बाद मोबाइल फोन बरामद किया गया।
ऐसे में अन्य छात्रों ने परीक्षा को रद्द करने की मांग की. करीब आधे घंटे तक हंगामा चला. सूचना के बाद टीओपी टू के प्रभारी रूद्रानंद सरस मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की. छात्रों के आरोप पर महिला को डीबार कर दिया गया है और छात्र को निष्कासित कर दिया गया है।*
*क्या कहते हैं परीक्षा नियंत्रक मामले में नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक शिवपूजन सिंह ने बताया कि एक छात्र को परीक्षा में मदद पहुंचाने के आरोप में पांकी की एक महिला प्रोफेसर को डिबार कर दिया गया है. महिला यहां दूसरी परीक्षा की कॉपी जांच कर रही थी.इसका फायदा उठाते हुए पीएचडी के एक छात्र को मदद पहुंचाने परीक्षा केन्द्र पर पहुंच गई.
महिला को दोनों मामलों से डिबार कर दिया गया है. छात्र को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया है. परीक्षा रद्द करने का कोई निर्णय अबतक नहीं लिया गया है.*